वर्ष 2025 में रामनवमी Ramnavami in 2025 रामनवमी (Ramnavami) का पर्व हिन्दुओं के लिए बहुत ही विशेष त्योहार है। भारतवर्ष और अन्य देशों में रह रहे भारतीय हिन्दू इस त्योहार को बहुत उत्साह और आस्था के साथ मनाते हैं। वर्ष 2025 में रामनवमी का पर्व 6 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का पावन पर्व है, जिसे चैत्र म
रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा Bhagvan Shriram Ki Puja Vidhi रामनवमी (RamNavami) के दिन भक्त-जन प्रातः उठकर स्नान -क्रिया आदि से मुक्त होकर सूर्यदेव को जल चढ़ाते हैं। कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं। पूजा के समय श्रीराम (Shri Ram) सहित माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की पूजा और आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) की जाती है। आरती से पहले श्रीराम, लक्ष्
क्यों मनाते है रामनवमी? कलयुग में रामनवमी के दिन क्या हुआ था विशेष: जैसा कि हम सब जानते हैं कि कलयुग में श्रीरामचरित मानस (Shri Ramcharitmanas) का ज्ञान हम सभी को गोस्वामी तुलसीदास जी के माध्यम से ही हुआ है। दरअसल गोस्वामी तुलसीदास जी ने जिस दिन श्रीरामचरित मानस (Shri Ramcharit Manas) की रचना का आरम्भ किया था उस दिन रामनवमी थी। त
होली कब मनाई जाती है? भारतवर्ष में होली का त्योहार (Festival of Holi) बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, यह भारत देश का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक प्रमुख त्योहार है। इसे हम रंगों के त्योहार के नाम सभी जानते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी दिन श्री हरि (Shir Hari) के भक्त प्रहलाद (Bhakt Prahlad) की रक्षा हुई थी। जिसके उपलक्ष्य में हम
होली कब है? वर्ष 2025 में होली कब मनाई जाएगी? रंगों का त्योहार होली (Rango ka Tyohaar Holi), भारत के सभी प्रमुख त्योहारों में अपना एक अलग स्थान रखता है। होली को लेकर हमारे देश में सभी के अंदर अलग उत्साह देखने को मिलता है तथा सभी धूमधाम से होली मनाते हैं। आज हम जानेंगे कि वर्ष 2025 में होली किस दिन मनाई जाएगी, होलिका दहन की
2025 में होलिका दहन एवं होली सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों की सूची में शामिल त्योहार होली (Holi) हर वर्ष हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने में मनाया जाता है। होली के ठीक एक दिन पूर्व हम होलिका दहन (Holika Dahan) की पूजा करते हैं। 2025 में होलिका दहन 2025 में होलिका दहन 13 मार्च को मनाया जाए
Sadhguru Mahashivratri 2025 (सद्गुरू महाशिवरात्रि आयोजन 2025) महाशिवरात्रि की रात शिव भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, इस दिन भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के अनन्य भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार अलग-अलग समारोह में हिस्सा लेते हैं। प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन सद्गुरु के साथ इस महापर्व को मनाने का अवसर मिलता हैं। इस
महाशिवरात्रि पूजा (Mahashivratri celebration) भारत में धार्मिक त्योहारों को लेकर प्रत्येक व्यक्ति के अंदर अच्छा उत्साह देखने को मिलता है। पूरे वर्ष भर में मनाये जाने वाले हर एक त्योहार के आने पर उसकी तैयारियां एवं त्योहार मनाए जाने का जोश सभी को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता है। हमारे धार्मिक त्योहारों में से एक त्योहार
Mahashivratri Celebration जब भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के क्रोध के कारण पृथ्वी जलकर भस्म होने वाली थी तब माता पार्वती (Parvati Maa) ने भगवान शिव को शांत करने के लिए शिव की उपासना की थी तथा भोलेनाथ की पूजा के लिए माता पार्वती ने एक दिन का उपवास भी रखा था । माता पार्वती की प्रार्थना से प्रसन्न होने पर भगवान शिव जी का क्रोध शांत हो गया, तथा पृथ्
Isha Foundation Mahashivratri (ईशा फाउंडेशन में महाशिवरात्रि का आयोजन) महाशिवरात्रि का पर्व (Maha Shivratri ka Parv)वर्ष की सबसे अंधेरी रात में अर्थात फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है, महाशिवरात्रि के दिन भारतवर्ष में विभिन्न मंदिरों में शिव पूजा (Bhagwan Shiv ki Puja) का आयोजन किया जाता है। महाशिवरात्रि के 1 सप्ताह पूर्व ही शिव