हवन

गणपति हवन (Ganpati Havan)

गणपति हवन (Ganpati Havan) गणपति हवन एक प्राचीन हिंदू अनुष्ठान है, जो विशेष रूप से गणेश चतुर्थी के त्योहार के दौरान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पवित्र अनुष्ठान भगवान गणेश को समर्पित होता है, जो विघ्नहर्ता और समृद्धि, ज्ञान तथा अच्छे भाग्य के दाता माने जाते हैं। गणपति हवन (ganpati havan) के माध्यम से भक्त अपने जीवन और घर

सुदर्शन हवन (Sudarshana Homam)

सुदर्शन हवन (Sudarshana homam) सुदर्शन हवन, हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठानों में से एक है, जो विष्णु भगवान को समर्पित किया जाता है। इस पूजा का आयोजन विष्णु के चक्र (Vishnu Chakra) के नाम से जाना जाता है, जिसे सुदर्शन चक्र (Sudarshan Chakra) भी कहते हैं। सुदर्शन हवन का महत्व और इसका इतिहास हमारे लेख में विस्तार से जानिए, साथ

महालक्ष्मी हवन (Mahalaxmi Havan)

महालक्ष्मी हवन (Mahalaxmi Havan) मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) - जिनकी कृपा के बिना यज्ञ हवन (Yagya Havan) नहीं होता, खान-पान का वैभव नहीं होता, सुख सुविधाओं से संपन्न जीवन संभव नहीं होता। उस मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए महालक्ष्मी हवन (MahaLakshmi Havan) किया जाता है। महालक्ष्मी हवन की विधि (Method of Mahalaxmi Havan) मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) के यज्ञ हवन (Yagya Havan) के ल

वास्तु हवन (Vastu Havan)

वास्तु हवन (Vastu Havan) आधुनिक समय में ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shatra) के साथ-साथ वास्तु शास्त्र (Vaastu Shatra) का भी विशेष महत्व है। प्राचीन काल से लेकर आज तक किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले पूजा अर्चना की जाती है। नया घर और नया ऑफिस खरीदना दोनों ही किसी भी व्यक्ति के जीवन के अत्यंत शुभ कार्य है और नए घर में गृह प्रवेश (Grihapravesh) और नए

नवग्रह हवन (Navagraha Havan)

नवग्रह हवन (Navagraha Havan) नवग्रह - "नौ ग्रह" सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु।  जिनकी चाल दशा जीवन में सुख-शांति के लिए ठीक होनी बहुत ज़रूरी है।  नवग्रह मंत्र (Navgrah Mantra) ऊँ ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवं

नवरात्रि हवन (Navratri Havan)

नवरात्रि हवन (Navratri Havan) हिंदू धर्म के सभी पूजन हवन द्वारा संपन्न होते है। नवरात्रि मां दुर्गा (Maa Durga) की 9 दिन की पूजा है। जब साक्षात मां दुर्गा (Maa Durga) अपने भक्तों के लिए आती है। नवरात्रि (Navratri) की आखरी दिन दुर्गा अष्टमी या दुर्गा/ राम नवमी (Ram Navami) को नवरात्रि हवन के बाद नवरात्रि पूजा संपन्न होती है। हवन करने से घर की नका

गायत्री हवन (Gayatri Havan)

गायत्री हवन (Gayatri Havan) गायत्री हवन (Gayatri Havan) गायत्री मां (Gayatri Maa) को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। यज्ञ हवन (Yagya Havan) या हवन पूजा (Havan Pooja) भक्तों द्वारा अपने उपासक की आराधना का एक तरीका है। यज्ञ हवन और हवन पूजा आपके मन, अंतरात्मा और यहां तक की वातावरण को भी शुद्ध कर देते है। हवन, अग्नि के द्वारा देवी देवताओं को उनकी प्रिय व

धनवंतरी हवन (Dhanvantari Havan)

धनवंतरी हवन (Dhanvantari havan) धनवंतरी हवन धनवंतरी भगवान (Bhagwan Dhanwantri) की उपासना है। हवन के लिए प्रज्वलित धरती से आकाश तक जाने वाली अग्नि भक्तों की इच्छा, मनोकामना उनके ईष्ट तक पहुंचाती है। धनवंतरी भगवान (Dhanvantari Bhagwan) धनवंतरी भगवान भगवान विष्णु के अवतार (Bhagwan Vishnu ke Avtaar) है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इन्होंने धरती पर समुद्र

महा मृत्युंजय हवन पूजा (Maha Mrityunjaya Havan Puja)

महा मृत्युंजय हवन पूजा (Maha Mrityunjaya Havan Puja) महा मृत्युंजय हवन पूजा (Havan Puja) लंबे स्वस्थ जीवन और लंबी बीमारी से निजात पाने के लिए की जाती है। महा मृत्युंजय जाप (Mahamrityunjay Jaap) और हवन पूजा (Havan Pooja) मृत्युशैया पर लेटे व्यक्ति को जीवनदान दे सकती है। महा मृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra) ।।ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।&

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