1. भगवान् राम, भगवान् विष्णु के सातवें अवतार हैं।
2. राम नाम रघु राजवंश के गुरु महर्षि वशिष्ठ ने दिया था।
3. श्री राम का अवतार एक पूर्ण अवतार नहीं माना जाता है क्योंकि उनको 14 कलाएं ज्ञात थीं. श्री कृष्ण सोलह की सोलह कलाओं में पारंगत थे. ऐसा जान बूझ कर किया गया था क्योंकि रावण को कई वरदान प्राप्त थे, लेकिन एक मनुष्य उसका वध कर सकता था.
4. जब राम अवतार का प्रयोजन सिद्ध हो गया तब राम जी को किसी साधारण मनुष्य की तरह ही अपना शरीर त्यागना था . लेकिन उनके परम भक्त हनुमान के होते यमराज के लिए राम जी तक पहुंचना संभव नहीं था. इसलिए राम जी ने जमीन में पड़ी एक दरार से अपनी अंगूठी गिरा दी और हनुमान से उसे लाने के लिए कहा. हनुमान जी उसे खोजते-खोजते नाग लोक पहुँच गए और वहां के राजा से राम जी की अंगूठी के बारे में पूछा. तब राजा ने बताया कि राम जी ने ऐसा उनका ध्यान भटकाने के लिए किया है ताकि यमराज राम जी को ले जा सकें.
5 . रावण मायावी था उससे मुकाबला करने के लिए इंद्र देवता ने राम जी के लिए एक दिव्य रथ भेजा था. उसी रथ में बैठ कर राम ने रावण को परास्त किया था.
6. माना जाता है कि गिलहरी पर जो तीन धारियां हैं वह भगवान राम के आर्शीवाद के कारण हैं. दरअसल, जब लंका पर आक्रमण करने के लिए रामसेतु बनाया जा रहा था तब एक गिलहरी भी इस काम में मदद कर रही थी. उसके समर्पण भाव को देखकर श्रीराम ने प्रेमपूर्वक उसकी पीठ पर अपनी उँगलियाँ फेरी थीं और तभी से गिलहरी पर ये धारियां मौजूद है.
7. भगवान् विष्णु के अवतार परशुराम ये नहीं जानते थे कि श्री राम भी विष्णु-अवतार हैं. इसलिए उन्होंने राम जी को विष्णु जी के धनुष पे प्रत्यंचा चढाने को कहा, जिसे राम जी ने आसानी से चढ़ा दिया और परशुराम जी भी राम जी के असली स्वरुप को जान गए.
8. लंका पर चढ़ाई करने से पहले श्रीराम ने रामेश्वरम में शिव लिंग बना कर भगवान् शिव अराधना की थी. आज भी रामेश्वरम हिन्दुओं के सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में गिना जाता है.
प्रश्न - भगवान राम का अवतार किस रूप में हुआ था?
उत्तर: भगवान राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में आए थे।
प्रश्न - राम का नाम किसने दिया और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: राम का नाम महर्षि वशिष्ठ ने दिया था, जो रघु राजवंश के गुरु थे।
प्रश्न - राम को पूर्ण अवतार क्यों नहीं माना जाता?
उत्तर: राम को पूर्ण अवतार नहीं माना जाता क्योंकि उन्हें 14 कलाएं ज्ञात थीं, जबकि श्रीकृष्ण को सोलह कलाओं में पारंगत ठहराया गया था।
प्रश्न - राम की अंगूठी का अद्वितीय इतिहास क्या है?
उत्तर: राम जी ने हनुमान को अपनी अंगूठी लाने के लिए एक दरार से भेजा था, जिसे वह नाग लोक से लाकर आए थे।
प्रश्न - रावण के साथ राम का मुकाबला कैसे हुआ?
उत्तर: रावण के साथ मुकाबला के लिए इंद्र देवता ने राम को एक दिव्य रथ भेजा था, जिसमें बैठकर राम ने रावण को परास्त किया।
प्रश्न - राम और गिलहरी के बीच कैसा संबंध है?
उत्तर: गिलहरी के तीन धारियां राम जी के आर्शीवाद के कारण मानी जाती हैं, जब वह रामसेतु बना रहे थे।
प्रश्न - श्रीराम ने रामेश्वरम में क्या किया था चढ़ाई से पहले?
उत्तर: श्रीराम ने रामेश्वरम में शिव लिंग बनाकर शिव अराधना की थी, जिससे वहां का एक प्रमुख तीर्थ स्थल बना।
Jai Shri Ram