Friday, April 18

आयुष हवन (Ayush Havan)

cople performing ayush havan with priest

आयुष हवन (Ayush Havan)

हिंदू धर्म में आयुष हवन (Ayush Havan) का विशेष महत्व है। यह हवन (Homam) व्यक्ति की लंबी आयु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए किया जाता है। धार्मिक ग्रंथों में आयुष हवन (Ayush Homam) को शारीरिक और मानसिक शुद्धि, स्वास्थ्य वृद्धि और रोगों से बचाव का प्रभावी उपाय बताया गया है।

आयुष हवन का महत्व (Importance of Ayush Havan)

आयुष हवन (Ayush Havan) मुख्य रूप से लंबी और स्वस्थ आयु के लिए किया जाता है। यह हवन विशेष रूप से बच्चों, वृद्धों और बीमार व्यक्तियों के लिए लाभकारी माना गया है। इसके अन्य लाभ हैं:

  • स्वास्थ्य में सुधार: आयुष हवन स्वास्थ्य को मजबूत करता है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है।
  • धन और समृद्धि: इसे करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का संचार होता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति: यह आत्मा को शुद्ध करता है और मन को शांति प्रदान करता है।

आयुष हवन कब करें? (When to perform Ayush havan?)

  • श्रेष्ठ दिन: जन्मदिन, नवजात शिशु के पहले वर्ष में, और विशेष त्योहारों पर।
  • श्रेष्ठ समय: सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त।
  • दिशा: उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा स्थल स्थापित करें।

आयुष हवन की पूजा विधि (Worship method of Ayush Havan)

आयुष हवन (Ayush Havan) को शास्त्रीय विधि से करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. पूजा स्थल की शुद्धि: हवन के लिए पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. कलश स्थापना: भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) और आयुष देवता का आवाहन करें।
  3. मंत्र जाप: आयुष मंत्र का उच्चारण करें और हवन सामग्री अर्पित करें।
  4. हवन क्रिया: अग्नि कुंड में घी, तिल, जड़ी-बूटियां और अन्य सामग्री अर्पित करें।
  5. पूर्णाहुति: अंत में हवन की पूर्णाहुति दें और भगवान से आशीर्वाद मांगें।

आयुष हवन सामग्री (Ayush Havan Material)

आयुष हवन के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:

  • आम की लकड़ी
  • गाय का घी
  • तिल
  • जौ
  • गुग्गल
  • कपूर
  • हवन कुंड
  • कुंकुम, चंदन, और हल्दी
  • नारियल और सुपारी
  • फल और मिठाई

आयुष हवन मंत्र जाप (Ayush Havan Mantra Chant)

आयुष हवन में निम्न मंत्रों का उच्चारण किया जाता है:

  • आयुष मंत्र:
    "ॐ आयुष्मान भव।"
  • गायत्री मंत्र:
    "ॐ भूः ॐ भुवः ॐ सुवः ॐ महः ॐ जनः ॐ तपः ॐ सत्यम्। ॐ तत्स॑वि॒तुर्वरे॑न्य॒म् भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि। धियो॒ यो नः प्रचोदयात्।"

मंत्र जाप की संख्या और विधि पंडित की सलाह के अनुसार निर्धारित करें।

आयुष हवन के लिए सर्वोत्तम दिन, दिशा और श्रेष्ठ समय (Best day, direction and best time for Ayush Havan)

  • आयुष हवन के लिए पूर्णिमा, अमावस्या, और सप्तमी तिथि को शुभ माना जाता है।
  • सुबह के समय सूर्योदय से पहले हवन करना लाभकारी होता है।
  • पूजा स्थल के लिए पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा का चयन करें।

आयुष हवन FAQs

प्रश्न: आयुष हवन किसके लिए किया जाता है?
उत्तर: आयुष हवन मुख्य रूप से लंबी उम्र, स्वास्थ्य और शांति के लिए किया जाता है।

प्रश्न: आयुष हवन के लिए कौन-कौन सी सामग्री चाहिए?
उत्तर: आयुष हवन के लिए आम की लकड़ी, घी, तिल, जौ, कपूर, और गुग्गल जैसी सामग्री का उपयोग होता है।

प्रश्न: क्या आयुष हवन घर पर किया जा सकता है?
उत्तर: हां, इसे घर पर योग्य पंडित की देखरेख में किया जा सकता है।

प्रश्न: आयुष हवन में कितना समय लगता है?
उत्तर: हवन में लगभग 2-3 घंटे का समय लगता है, मंत्र जाप और विधि के अनुसार।

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